मुक़र्रर हैं जो.
मुक़र्रर हैं जो. देखो मुस्कुरा रहा हैं. पता हैं ख़ुशी का वक़्त मुक़र्रर हैं। मोत के साथ। मुक़र्रर तो हैं क्या में मुस्कुराऊँ भी नहीं। क्या...
Welcome to writerdelhiwala, my very own passion project filled with unique and engaging content. Explore my site and all that I have to offer; perhaps writerdelhiwala will ignite your own passions as well.
लेखक क्या होता है , शायद बोहोत पैसे वाला बोहोत नाम वाला वाला होता होगा, क्यूँ आप यही सोचते होंगे, नहीं। मैं एक साधारण सा लेखक हूँ मेरा लिखना कोई क्रांति नहीं लाएगी, कोई सोर नहीं मचाएगी, कोई धन्दा नहीं लाएगा, लाएगा तो सायद किसी के चेहरे पर मुस्कुराहट, सोचने के लिए सब्जेक्ट, रोज़ का सवाल, बस इन्ही के लिए लिखता हूँ, मैं यानी राइटर दिल्ली वाला।
All the Latest